जैसलमेरPublished: Nov 01, 2023 08:42:57 pm
-लग्जरी वाहनों से एसकोर्टिंग, पुलिस की मौजूदगी से करते हैं आगाह
फलों, सब्जियों व ईंट पत्थरों के बीच छिपाकर भी हो रही शराब की तस्करी
जैसलमेर में चुनाव से पूर्व अवैध शराब का कारोबार किसी से छिपा नहीं है। इन दिनों अवैध शराब पकडऩे की घटनाएं सुर्खियों में हैंं। हकीकत यह है कि कुछ अंतराल के बाद फिर शराब तस्कर सक्रिय हो गया है और अवैध शराब की तस्करी के लिए पुराने मार्ग को ही काम में लेना शुरू कर दिया है। पत्रिका पड़ताल में यह बात सामने आई है कि फलों, सब्जियों व ईंट व पत्थरों के बीच में छिपाकर शराब की तस्करी की जाती है। यही नहीं शराब की खेप लेकर जा रहे वाहन के आगे लग्जरी गाड़ी से एसकोर्टिंग करते हुए पुलिस तंत्र पर नजर रखी जाती है। गौरतलब है कि नोख पुलिस थाना बीकानेर जैसलमेर वाया नाचना मोहनगढ़ मुख्य सडक़ मार्ग से 20 किलोमीटर भीतर फलोदी की ओर आया हुआ है। यहा नाचना पुलिस थाना भी उक्त सडक़ से करीब पांच किमी दूर नाचना गांव में आया हुआ है। बीकानेर का सबसे पहला पुलिस थाना बज्जू पुलिस थाना भी नोख से 60 किमी दूर है। नाचना से इसकी दूरी करीब 125 किमी है तो नोख नाचना पुलिस थाने के बीच भी करीब 90 किमी की दूरी है। लंबे चौड़े सम्पूर्ण क्षेत्र में पुलिस चौकियों का अभाव भी बना हुआ है। ऐसे में पुलिस के लिए भी इतने लम्बे चौड़े क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखना चुनौती से कम नहीं है।यूं चलता है चोर-पुलिस का खेल
अवैध शराब की तस्करी के दौरान पुलिस की लोकेशन पर नजर रखने के लिए शराब तस्कर ट्रकों में शराब की खेप भेजते हैं तो उनकी एसकोर्टिंग में लग्जरी वाहनों का उपयेग करते हैं। एसकोर्टिंग वाहन ट्रक के आगे-आगे चलकर पुलिस की लोकेशन से ट्रक संचालकों को हर स्थिति से अवगत कराते रहते हैं। पुलिस की रात्रि गश्त या नाकेबंदी में शराब की खेप कभी-कभार पकड़ी जाती है। हालांकि इस संंबंध में पुलिस महकमे का तर्क है कि समय-समय पर थाना क्षेत्र में गश्त की जाती है और तस्करी के संभावित मार्गों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
Smuggling of liquor is happening even by hiding it among fruits, veget | फलों, सब्जियों व ईंट पत्थरों के बीच छिपाकर भी हो रही शराब की तस्करी – New Update
Credit : Rajasthan Patrika