करौलीPublished: Dec 22, 2023 09:41:12 pm
लोगों ने जलदाय विभाग के खिलाफ किया प्रदर्शन गुढ़ाचंद्रजी. क्षेत्र के गांवों में सर्दी में भी पानी की किल्लत चल रही है। लोगों ने बताया कि सर्दी के मौसम में भी पर्याप्त जल नहीं मिल रहा है। नलों में पानी नहीं आता। सुबह उठते ही महिलाओं को दूर-दूर से पानी लाना पड़ता है। कस्बे के बैरवा मोहल्ले में बीते एक सप्ताह से पेयजल संकट व्याप्त है, लेकिन जलदाय विभाग ध्यान नहीं दे रहा। समस्याओं के बारे में कई बार विभाग को अवगत कर कराया जा चुका है। समस्या को लेकर ग्रामीणों ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन भी किया। है
पानी के लिए सुबह से करते भागदौड़, सर्दी में भी चल रही किल्लत
पानी के लिए सुबह से करते भागदौड़, सर्दी में भी चल रही किल्लत लोगों ने जलदाय विभाग के खिलाफ किया प्रदर्शन गुढ़ाचंद्रजी. क्षेत्र के गांवों में सर्दी में भी पानी की किल्लत चल रही है। लोगों ने बताया कि सर्दी के मौसम में भी पर्याप्त जल नहीं मिल रहा है। नलों में पानी नहीं आता। सुबह उठते ही महिलाओं को दूर-दूर से पानी लाना पड़ता है। कस्बे के बैरवा मोहल्ले में बीते एक सप्ताह से पेयजल संकट व्याप्त है, लेकिन जलदाय विभाग ध्यान नहीं दे रहा। समस्याओं के बारे में कई बार विभाग को अवगत कर कराया जा चुका है। समस्या को लेकर ग्रामीणों ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन भी किया। हैंडपंप पड़े खराब, पेयजल का नहीं इंतजाम पूर्व वार्ड पंच महेश बैरवा, रामसहाय बैरवा, सुरेश बैरवा, हरिकिशन बेरवा, इंदिरा देवी, प्रेम देवी, गुलाब देवी आदि ने बताया कि मोहल्ले में हैंडपंप भी खराब है। वहीं पानी के लिए अन्य कोई इंतजाम नहीं है। पानी के लिए सर्दी में भी मारामारी मची है। लोगों ने बताया कि यदि हैंडपंप को ठीक करा दिया जाए तो कुछ गुजारा चल सकता है। इस बारे में लोगों ने जिला कलक्टर को पत्र भेजकर समस्या के समाधान की मांग की है। उन्होंने कहा कि तीन दिन में पानी की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो फिर आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर प्रियंका देवी, पूर्व पंचायत समिति सदस्य मांगीलाल बैरवा, कमला देवी, रिंकू आदि मौजूद रहे। चंबल परियोजना बनी नकारा ग्रामीणों ने बताया कि चंबल परियोजना से लोगों को पानी मिलने की बहुत आस थी, लेकिन यह नकारा होकर रह गई है। कोई लाभ नहीं मिल रहा। चंबल का पानी कुछ चुनिंदा गांवों और शहरों को ही मिल रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि कुछ महिने बाद गर्मी के दिनों में तो हालात और अधिक विकट होंगे। सर्दी में ही पानी की गंभीर समस्या चल रही है तो आगामी समय में समस्या और गहराएगी। ऐसे में गर्मी से पहले समस्या का स्थायी समाधान करने की जरूरत है। मवेशियों को पालना हुआ मुश्किल ग्रामीणों ने बताया कि गांवों में लोगों की आजाविका का मुख्य साधन खेती और पशुपालन ही है, लेकिन दोनों के ही पानी की विकट समस्या चल रही है। पानी के अभाव में दोनों कार्य नहीं हो पा रहे। ना खेती कर पा रहे हैं ना मवेशियों को पाल पा रहे हैं। मवेशियों को पिलाने के लिए भी पानी की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में ग्रामीणों का जीना मुश्किल हो गया है। फोटो गुढ़ाचंद्रजी. बैरवा मोहल्ले में पानी के लिए प्रदर्शन करते लोग।
Running for water since morning, shortage continues even in winter | पानी के लिए सुबह से करते भागदौड़, सर्दी में भी चल रही किल्लत – New Update
Credit : Rajasthan Patrika