जोधपुरPublished: Oct 28, 2023 09:52:44 am
वर्ष 2018 में विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज करने वाले 200 विधायकों में से 15 विधायकों पर नोटा (इसमें से किसी को वोट नहीं) भारी रहा था। इन विधायकों की अपने निकटतम प्रतिद्वंदी से जीत के अंतर से अधिक मत नोटा (NOTA in Rajasthan Election) में पड़े थे।
गजेंद्र सिंह दहिया, जोधपुर। वर्ष 2018 में विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज करने वाले 200 विधायकों में से 15 विधायकों पर नोटा (NOTA in Rajasthan Election) (इसमें से किसी को वोट नहीं) भारी रहा था। इन विधायकों की अपने निकटतम प्रतिद्वंदी से जीत के अंतर से अधिक मत नोटा में पड़े थे। अगर नोटा में मिले मत उसे मिल जाते तो संबंधित विधानसभा सीट का परिणाम बदल सकता था। इसमें अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री व पोकरण विधायक साले मोहम्मद भी शामिल हैं, जिन्होंने प्रतापपुरी से 872 वोट से जीत दर्ज की, जबकि नोटा को 1122 मत पड़े थे। ये मत अगर प्रतापपुरी के खाते में आ जाते तो परिणाम बदल जाता। इसी तरह आसिंद, बेंगू, बूंदी, चौहटन, चौमूं, दांतारामगढ़ की जीत का अंतर भी नोटा के वोट से कम था।
Rajasthan Election: NOTA figures in 2018 assembly elections | NOTA in Rajasthan Election: इस चुनाव में कहीं नोटा ना बिगाड़ दे खेल, देखें ये आंकड़े – New Update
Credit : Rajasthan Patrika