चुरूPublished: Nov 13, 2023 11:33:27 am
जिले के सुजानगढ़ शहर में जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते लोगों की सेहत सुधारने में नाकाम हो गया है। करीब पांच साल पहले केंद्र की शहरी वन उद्यान याेजना में करोड़ों की लागत से पार्क विकसित किया गया था। यह पार्क प्राचीन नाथो ताबाब के इर्द- गिर्द बनाया गया था। इसके पीछे के मकसद था शहर के लोग प्रात:कालीन व शाम को भ्रमण कर सकें। सार- संभाल के अभाव में उद्यान अब उजड़ गया है।
चूरू. जिले के सुजानगढ़ शहर में जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते लोगों की सेहत सुधारने में नाकाम हो गया है। करीब पांच साल पहले केंद्र की शहरी वन उद्यान याेजना में करोड़ों की लागत से पार्क विकसित किया गया था। यह पार्क प्राचीन नाथो ताबाब के इर्द- गिर्द बनाया गया था। इसके पीछे के मकसद था शहर के लोग प्रात:कालीन व शाम को भ्रमण कर सकें। सार- संभाल के अभाव में उद्यान अब उजड़ गया है। लोगों ने कहा कि शहर में एक अच्छे उद्यान की कमी थी। इसके बनने के बाद प्रात: भ्रमण व व्यायाम कर सेहत सुधरने की आस जगी थी। मगर ये आस दो से तीन साल तक ही पूरी हो पाई। अब पार्क वीरान गया है। पार्क के झूले व ऑपन जिम के उपकरण कबाड़ में बदल गए हैं। पार्क में हर जगह कचरे के ढेर लगे हैं। कबाड़ को कार्मिकों ने मुख्य प्रवेश द्वार के पास डाल दिया है।
Park worth crores destroyed piles of junk who will care | करोड़ों का पार्क उजड़ा, कबाड़ के लगे ढेर, कौन करे खैर – New Update
Credit : Rajasthan Patrika