श्री गंगानगरPublished: Jan 08, 2024 12:40:36 am
कस्बे में पहली बार श्री रामचरित मानस मण्डल की ओर से पुरानी धान मण्डी में रविवार को 501 श्री सुन्दरकाण्ड महापाठ का आयोजन पूर्ण धार्मिक विधि विधान के साथ मण्डल अध्यक्ष गिरधारी जोशी की अध्यक्षता में धूमधाम से किया गया। समागम के दौरान सुन्दरकाण्ड की चौपाइयों से वातावरण धर्ममय हो गया।
जामवंत के बचन सुहाए, सुनि हनुमंत हृदय अति भाए
——501 से अधिक श्रद्धालुओं ने किया सुन्दरकाण्ड का महापाठ
सादुलशहर (श्रीगंगानगर). कस्बे में पहली बार श्री रामचरित मानस मण्डल की ओर से पुरानी धान मण्डी में रविवार को 501 श्री सुन्दरकाण्ड महापाठ का आयोजन पूर्ण धार्मिक विधि विधान के साथ मण्डल अध्यक्ष गिरधारी जोशी की अध्यक्षता में धूमधाम से किया गया। समागम के दौरान सुन्दरकाण्ड की चौपाइयों से वातावरण धर्ममय हो गया।
महापाठ का पूजन श्री सत्यनारायण मन्दिर समिति अध्यक्ष रामकिशन बजाज, व्यापारी नीरज मित्तल, कपड़ा यूनियन के पूर्व अध्यक्ष सतीश ग्रोवर और समाजसेवी भीमसेन गुप्ता की ओर से करवाया गया। वैदिक मंत्रोचारण के साथ पूजा-अर्चना शास्त्री जगदीश प्रसाद गौतम व अजय अवस्थी ने सम्पन्न करवाई। सुन्दरकाण्ड महापाठ का आगाज गणेश वंदना व श्री हनुमान चालीसा पाठ के साथ हुआ। इसके बाद 501 से अधिक श्रद्धालुओं ने सामूहिक रूप से श्री सुन्दरकाण्ड का पाठ शुरू किया। सुन्दरकाण्ड पाठ का वाचन मध्यप्रदेश के शाजापुर के खेड़ापति सुन्दरकाण्ड भक्त मण्डल के प्रकाश सूर्यवंशी व उनकी टीम की ओर से किया गया। इस दौरान श्री बालाजी महाराज का भव्य दरबार सजाया गया।
महापाठ के समापन पर बालाजी महाराज की महाआरती हुई व भण्डारा आयोजित किया गया। महापाठ में श्रद्धालुओं के बैठने के लिए विशाल पण्डाल तैयार किया गया था। महापाठ में नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप खीचड़, पंचायत समिति सदस्य डॉ. बृजमोहन सहारण, व्यापार मण्डल के पूर्व अध्यक्ष गिरधारीलाल सरदारशहरिया, भाविप अध्यक्ष राजकुमार बाघला, प्रबुद्ध नागरिक वकीलचन्द चौधरी, स्वरूप जांगू, श्याम कुमार शर्मा, इन्द्र स्वामी, बृजभूषण शर्मा, डॉ. सुनील बंसल, बृजमोहन बजाज, सुरेन्द्र सिडाना, सुनील गर्ग सहित 501 से अधिक श्रद्धालु नर-नारी शामिल हुए। आयोजन में सेवादार हनुमान झोरड़, हरि सिंह मिस्त्री, अरुण मित्तल, रेवंत स्वामी, धीरज सब्बरवाल, किशोर सिंघल, अंजनी सरावगी, अमृतपाल सोनी, महेन्द्र जैन, जतिन जिन्दल, प्रमोद गोयल आदि ने सेवाएं दी।
Jamwant’s words were pleasant, Hanuman’s heart felt very happy after l | जामवंत के बचन सुहाए, सुनि हनुमंत हृदय अति भाए – New Update
Credit : Rajasthan Patrika