नागौरPublished: Dec 26, 2023 09:46:39 pm
पशु प्रदर्शनी स्थल में लगने वाले रामदेव पशु मेला का के्रेज पिछले कुछ सालों में तेजी से घटा है। इसमें न केवल पशुओं की आवक कम हुई है, बल्कि विभिन्न राज्यों से आने वाले पशु पालकों की संख्या भी घटी है। बदलते समय के साथ ही अब पशु मेला को नए कलेवर में किए जाने को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई है।
Ramdev Cattle Fair
नागौर. पशु प्रदर्शनी स्थल में लगने वाले रामदेव पशु मेला का के्रेज पिछले कुछ सालों में तेजी से घटा है। इसमें न केवल पशुओं की आवक कम हुई है, बल्कि विभिन्न राज्यों से आने वाले पशु पालकों की संख्या भी घटी है। बदलते समय के साथ ही अब पशु मेला को नए कलेवर में किए जाने को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई है। शहरवासियों की माने तो रामदेव मेला पहले विश्वस्तरीय रहा है, लेकिन अब मेला पहले जैसा नहीं रहा। वर्तमान समय के परिवेश में मेला का व्यवसायीकरण करने के साथ ही इसको रोजगार परक के मार्गदर्शक एवं कई उद्योगों की जानकारियों का स्रोत भी बनाना होगा। ताकि यहां पर न केवल स्थानीय दुकानदारों को रेाजगार मिले, बल्कि युवाओं का पथ प्रदर्शक बनने के साथ ही मेला से सभी वर्गों को जोड़ा जा सके। ऐसा हुआ तो फिर निश्चित रूप से फिर से रामदेव पशु मेला का गौरव बढ़ सकेगा।
City said: The craze of Ramdev Cattle Fair will increase by creating employment and educational sector along with providing world class facilities. | VIDEO…शहर बोला: रोजगार, शैक्षिक परक बनाने साथ ही विश्वस्तरीय सुविधासुयुक्त बनाने पर बढ़ेगा रामदेव पशु मेला का क्रेज – New Update
Credit : Rajasthan Patrika