जोधपुरPublished: Apr 04, 2024 12:32:09 am
– हत्या करने पर आजीवन कारावास की सजा काटने के दौरान हुआ था पैरोल से फरार, 58 हजार रुपए का था इनाम
22 साल से फरार था, पकड़ा तो मिली हथियारों की खेप,22 साल से फरार था, पकड़ा तो मिली हथियारों की खेप
जोधपुर.
पुलिस महानिरीक्षक रेंज जोधपुर कार्यालय की ओर से गठित साइक्लोनोर सैल, टॉरमेडो व स्ट्रांग टीम ने बाड़मेर जिले में 58 हजार रुपए के इनामी व एक साथी को अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया। इनामी आरोपी 22 साल से फरार था।
आइजी रेंज जोधपुर विकास कुमार ने बताया कि जैसलमेर जिले में झिनझिनयाली थानान्तर्गत जोगीदास का गांव निवासी लालसिंह उर्फ लूणसिंह वर्ष 2002 में पैरोल से फरार हो गया था। उसके खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, डकैती, अपहरण आदि के 19 मामले दर्ज हैं। उस पर जैसलमेर पुलिस ने 20 हजार रुपए, बाड़मेर पुलिस ने 25 हजार रुपए, पुलिस कमिश्नरेट जोधपुर ने 5 हजार और आइजी जोधुपर रेंज ने 8 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। उसको पकड़ने के लिए साइक्लोनोर सैल, टाॅरमेडो व स्ट्रॉंग टीम का गठन किया गया। उसके एक महीने से अवैध गोला बारूद व हथियारों की सप्लाई में सक्रिय होने की सूचना थी। इस बीच, विशेष टीम ने मंगलवार को बाड़मेर में दबिश दी, लेकिन वो हाथ से निकल गया।
मुखबिर व सूचना तंत्र से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने बुधवार को बाड़मेर में दबिश देकर जोगीदास का गांव निवासी लूणसिंह उर्फ लालसिंह पुत्र अर्जुनसिंह और जैसलमेर में सांगड़ थानान्तर्गत सांगाणा निवासी राणाराम पुत्र सवाईराम भील को गिरफ्तार किया गया। इनके कब्जे से तीन अवैध हथियार, एक तलवार, चाकू, गुप्ती, तीन सौ से अधिक कारतूस, बारूद बनाने में काम आने वाला सामान, फर्जी नम्बर प्लेट, हिसाब की डायरियां, एक लाख 95 रुपए जब्त किए गए।
हत्या के आरोप में आजीवन कारावास की सजा
पुलिस का कहना है कि वर्ष 1994 में हरलाल सिहाग की हत्या की गई थी। कोर्ट ने लालसिंह को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। वह वर्ष 2002 में पैरोल से फरार हो गया था। तब वह पकड़ में नहीं आया है। उसके खिलाफ 19 एफआइआर दर्ज हो चुकी है।
22 साल से फरार था, पकड़ा तो मिली हथियारों की खेप | Absconding from 22 years, when caught found a consignment of weapons – New Update
Credit : Rajasthan Patrika