वर्ष 1971 के लोकसभा चुनाव के बाद कई चुनाव हो चुके, लेकिन दो ही व्यक्ति निर्दलीय रूप से चुनाव लड़कर संसद पहुंचे। जालौर सिरोही से बूटा सिंह व दौसा से किरोड़ी लाल मीणा ही खुद के दम पर संसद में पहुंच सके। उनके बाद कोई प्रत्याशी निर्दलीय नहीं जीत सका।
प्रदेश में 1952 से लेकर 2019 तक हुए लोकसभा चुनाव में केवल 11 ही निर्दलीय प्रत्याशी लोकसभा सांसद चुने गए हैं। जिन सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशी लोकसभा सांसद चुने गए हैं उनमें बीकानेर, जयपुर, दौसा, नागौर, जोधपुर, अलवर, भरतपुर, पाली और जालोर सीटें हैं।
सबसे ज्यादा बार निर्दलीय चुनाव बीकानेर राज परिवार के करणी सिंह जीते। पहली बार हुए चुनाव में सबसे ज्यादा छह प्रत्याशी निर्दलीय रूप से चुनाव लड़कर संसद में पहुंचे।
यह भी निर्दलीय जीत चुके
करणी सिंह, हरिशचंद्र शर्मा, जीडी सोमानी, जसवंत राज मेहता,कृष्णा कुमारी,काशीराम गुप्ता,गिरिराज सिंह, अजीत सिंह, भवानी सिंह, बूटा सिंह व डॉ. किरोडी लाल मीणा।
…..
चुनाव निर्दलीय जीते
1952 6
1957 3
1962 3
1967 2
1971 2
1977 0
1980 0
1984 0
1989 0
1991 0
1996 0
1998 1
1999 0
2004 0
2009 1
2014 0
2019 0
1971 के बाद केवल बूटा सिंह व किरोड़ी लाल ही खुद के दम पर पहुंचे संसद – New Update
Credit : Rajasthan Patrika