दुनियाभर में करीब 2.3 बिलियन लोग मोटापे (Obesity) या ज्यादा वजन की समस्या से जूझ रहे हैं। अगर यही हाल रहा तो 2025 तक ये आंकड़ा बढ़कर 2.7 बिलियन हो सकता है। आजकल जो दवाइयां मोटापा (Obesity) कम करने के लिए इस्तेमाल हो रहीं हैं, वो पहले शुगर की बीमारी के लिए बनाई गई थीं। ये दवाइयां इंजेक्शन और गोली दोनों रूपों में मिलती हैं।

सिर्फ दवा लेने से वजन कम नहीं होगा
डॉक्टर जी. मोइनुद्दीन का कहना है कि “सिर्फ दवा लेने से वजन कम (Weight loss) नहीं होगा। इसके साथ ही कम चीनी और कम कार्बोहाइड्रेट वाला आहार (Low carbohydrate diet) लेना होगा और रोज कम से कम एक घंटा व्यायाम भी करना होगा।”
पेट में गड़बड़ी, किडनी की समस्या और पैंक्रियास में सूजन जैसी दिक्कतें हो सकती हैं
लेकिन, इन दवाओं की कुछ दिक्कतें भी हैं। ये बहुत महंगी होती हैं और इन्हें हमेशा नहीं लिया जा सकता। इनसे पेट में गड़बड़ी, किडनी की समस्या और पैंक्रियास में सूजन जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। दवा लेना बंद करने के बाद वजन (Weight) बढ़ सकता है।
डॉक्टर मोइनुद्दीन आगे कहते हैं कि “अगर मरीज दवा लेना बंद कर देते हैं, तो उनका मेटाबॉलिज्म (Metabolism) वापस पहले जैसा हो जाता है। अगर वो फिर से पहले वाली डाइट लेने लगते हैं, तो 6 महीने से 1 साल में कम हुआ वजन सिर्फ 3 महीने में वापस बढ़ सकता है।”

वजन कम करने के लिए व्यायाम बहुत जरूरी
हाल ही में हुई एक स्टडी में बताया गया है कि दवा लेना बंद करने के बाद वजन को काबू में रखने के लिए व्यायाम बहुत जरूरी है। इस स्टडी में पाया गया कि “जिन लोगों ने दवा लेने के साथ-साथ व्यायाम भी किया, उनके दवा बंद करने के 1 साल बाद भी वजन कंट्रोल में रहा। वहीं सिर्फ दवा लेने वाले लोगों का वजन फिर से बढ़ गया।”
इसका मतलब है कि सिर्फ दवाओं पर निर्भर रहना ठीक नहीं है। वजन कम करने के लिए दवा के साथ-साथ अच्छी डाइट और व्यायाम भी जरूरी हैं।