पोकरण व फलसूंड तहसील क्षेत्र को अकालग्रस्त घोषित किया गया है, लेकिन अभी तक न तो पशु शिविर शुरू किए गए है, न ही चारा डिपो लगाए गए है। ऐसे में मवेशी का बेहाल हो रहा है। गौरतलब है कि गत वर्ष क्षेत्र में मानसून की बारिश की कमी को देखते हुए सरकार की ओर से पोकरण व फलसूंड क्षेत्र में अकाल घोषित किया गया था। अकाल घोषित होने पर फरवरी-मार्च माह में प्रस्ताव आमंत्रित कर शिविर शुरू करने थे, लेकिन अप्रेल माह आधा बीत चुका है, अभी तक प्रस्ताव भी आमंत्रित नहीं किए गए है। ऐसे में शिविर कब तक शुरू हो पाएंगे, इसकी कोई जानकारी नहीं है। उल्लेखनीय है कि शिविर शुरू होने पर बेसहारा गोवंश के लिए चारे पानी की व्यवस्था हो जाती है, लेकिन अभी तक शिविर शुरू नहीं किए गए है। ऐसे में बेसहारा पशुओं का बेहाल हो रहा है। उन्हें चारा व पानी नहीं मिल पा रहा है।
बढ़ गए चारे के दाम
अकाल की स्थिति के कारण क्षेत्र में चारे के दाम भी बढ़ गए है। जिससे पशुपालकों के लिए चारे की व्यवस्था करना मुश्किल हो रहा है। रियायती दर पर चारा डिपो शुरू नहीं होने के कारण पशुपालकों को महंगे दामों में चारा खरीदकर मंगवाना पड़ रहा है। जिससे उन्हें परेशानी हो रही है। बावजूद इसके पशु शिविर व चारा डिपो शुरू करने को लेकर जिम्मेदारों की ओर से कोई कवायद देखने को नहीं मिल रही है। वर्तमान में बाजार में मूंगफली का चारा 850 रुपए क्विंटल, बाजरे की कुत्तर का चारा 950 रुपए क्विंटल, ग्वार का चारा 800, तूड़ी का चारा 700 और चना का चारा 600 रुपए क्विंटल उपलब्ध हो रहा है।
पशुपालक परेशान
चारे के भाव आसमान छूने के कारण पशुपालकों के लिए चारे की व्यवस्था करना मुश्किल हो रहा है। जिससे पशुपालक अपने पशुओं को राम भरोसे छोडऩे के लिए मजबूर हो रहे है। बावजूद इसके सरकार की ओर से क्षेत्र में पशु शिविर शुरू नहीं किए जा रहे है।
चारे के बढ़ गए दाम
क्षेत्र में अकाल के कारण गोवंश को चारा नहीं मिल रहा है। पशुपालकों के लिए बढ़ते दामों के कारण चारे की व्यवस्था करना मुश्किल हो गया है। जबकि पशु शिविर शुरू नहीं किए जा रहे है।
– प्रभुदान, पशुपालक, सांगाबेरा
अकाल में व्यवस्था करना मुश्किल
क्षेत्र में अकाल के हालात है। ऐसे में पशुओं के लिए चारे पानी की व्यवस्था करना मुश्किल हो रहा है। सरकार की ओर से अभी तक आवेदन भी नहीं मांगे गए है। पशु शिविर व चारा डिपो के शुरू होने का इंतजार है।
– चैनाराम लौहार, पशुपालक, भीखोड़ाई
पशु शिविर व चारा डिपो अभी तक नहीं हुए शुरू, पशुपालकों की बढ़ी परेशानी – New Update
Credit : Rajasthan Patrika