मेगा हाइवे पर कई स्थान किलर प्वाइंट के नाम से लोग जानते हैं। 24 फरवरी को बावडी गांव के तिराहे के समीप क्रेन व कार की टक्कर से जीजा व ***** की मृत्यु हो गई तथा कार सवार 4 लोग घायल हो गए थे। इसके अलावा ढिगावडा के पास 21 दिसम्बर 2023 को कार की टक्कर से बाइक सवार पिता-पुत्र की मृत्यु हो गई थी। इसी हादसे में दूसरी बाइक पर सवार दो व्यक्ति घायल हो गए थे। इसके अलावा 2 मार्च 2009 को बालाजी से टेम्पो टेेरेक्स गाडी से लौटते समय उसका टायर फट जाने से गाड़ी पलट गई थी। जिससे मौके पर ही पांच महिलाओं की मौत हो गई थी तथा चौदह लोग घायल हो गए थे। इसके अलावा सुरेर गांव की चन्दर सिंह की ढाणी, विजयनगर, सुरेर, रीको औद्योगिक क्षेत्र, थानाराजाजी, माचाडी-पिनान, कोठीनारायणपुर सहित अनेक स्थानों पर हुई छह माह में हुई 32 दुर्घटनाओं में करीब 19 लोगों की मृत्यु हो गई तथा 50 लोग घायल हो गए।
सपाट सड़क पर तेज गति में खो रहे वाहन चालक संतुलनइन मार्गों पर जहां किलर प्वाइंट है, वहां सपाट व खुली सडक है। जिस पर तेज गति में वाहन होने से चालक अपना संतुलन खो रहे हैं और दुर्घटना घटित हो जाती है। मेगा हाइवे पर दुर्घटना में कई परिवार खत्म हो चुके हैं।
ये है दुर्घटना संभावित क्षेत्रऔद्योगिक क्षेत्र, गोठ की चौकी, सुरेर, विजय नगर, थानाराजाजी चौराहा, कोठीनारायणपुर, बावडी तिराहा के पास आए दिन दुर्घटनाओं मेें लोगों को जान से हाथ धोना पड रहा है। इसके अलावा बडी संख्या में लोग घायल हो चुके हैं। सुरेर से विजय नगर तक का मेगा हाइवे टहला थाना क्षेेत्र के अन्तर्गत आता है। इन स्थानों पर भी पूर्व में बडी दुर्घटनाएं घटित हो चुकी हैं।
………….. यह बोले लोग – राजगढ निवासी अशोक बजाज का कहना है कि हाइवे के दोनों तरफ हो रहे अवैध अतिक्रमण, गलत तरीके से बने हुए स्पीड ब्रेकर, रेस्ट एरिया का अभाव दुर्घटना का सबब बन रहा है। पूरे हाइवे पर कही भी रोड डिवाइडर नहीं होने के कारण लोग अपने वाहनों को गलत तरीके से ओवरटेक करते हैं। यह भी दुर्घटना का मुख्य कारण है। इन वजह से अब तक दर्जनों दुर्घटनाओं में बडी संख्या में लोग अपनी जान गवां चुके हैं। हाइवे की कम्पनी को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
– सुमन शर्मा का कहना है मेगा हाइवे पर दिन-प्रतिदिन तेज रफ्तार के वाहन चलाने से सडक दुर्घटनाओं में मौत का आंकडा बढता ही जा रहा है। 53 सडक दुर्घटनाएं हुई, जिनमें 19 लोगों की मौत हो गई। यह बहुत ही दुखद है। दुर्घटना रोकने के लिए जागरूकता अभियान, सडक सुरक्षा अभियान, निरंतर चलाया जाना आवश्यक है। जिससे दुर्घटनाओं से निजात पाई जा सके।
– माचाडी निवासी अंकित साहू का कहना है मेगा हाईवे पर चालक तेज एवं लापरवाही से वाहन चलाते है और ओवरटेक करते है जिसके कारण आए दिन हो रही दुर्घटनाओं मेें लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड रहा हैं।
– दुब्बी निवासी संजू मीना का कहना है अलवर-सिकन्दरा मेगा हाइवे के मध्य लोग वाहन को लापरवाही से चलाते हैं और ओवरटेक करते हैं। बाइक चालक हेलमेट नहीं पहनते। जिसके कारण लोगों को अपनी जान गंवानी पड रही है। हाइवे पर डिवाइडर भी होना चाहिए। लोगों को यातायात के नियमों की पालना करनी चाहिए।
बरते रहे लापरवाहीतेज गति, लापरवाही तथा ओवरटेक करने और हेलमेट नहीं पहनने के कारण दुर्घटनाओं में लोगों की मौत हो रही है। बहाली गेट से टहला बयपास एवं टहला बायपास से सुरेर गांव तक डिवाइडर होने चाहिए। डिवाइडर नहीं होने के कारण भी दुर्घटनाएं घटित हो रही है।
रामजीलाल मीना, कोतवाल, राजगढ़।
छह माह में 19 लोग गंवा चुके जान, 50 से अधिक घायल कर रहे बिस्तर पर जल-पान | 19 people have lost their lives in six months, more than 50 are injure – New Update
Credit : Rajasthan Patrika