यह हुआ था एमओयू
अलवर जिले में सैनिक स्कूल की घोषणा के बाद सैनिक स्कूल सोसायटी एवं राज्य सरकार के बीच एमओयू हुआ था। इसके तहत जमीन व भवन निर्माण राज्य सरकार को तैयार करके देना था। स्कूल में शिक्षक एवं अन्य संसाधन सैनिक स्कूल सोसायटी की ओर मुहैया कराने थे। लेकिन सैनिक स्कूल के भवन निर्माण पर बात अटकी पड़ी है।
राजस्थान में तीसरा सैनिक स्कूल बनना था
राजस्थान में चित्तौड़ व झुंझुनूं के बाद तीसरा सैनिक स्कूल हल्दीना को मिला था। 21 जनवरी 2021 को सैनिक स्कूल सोसाइटी नई दिल्ली से हुए करार के आधार पर राज्य सरकार ने आरक्षित भूमि निशुल्क आवंटन करने की सहमति प्रदान की। बाद में प्रदेश में तीसरा सैनिक स्कूल मालाखेड़ा ब्लॉक में हल्दीना में स्थापित होने का मार्ग खुला। हालांकि दस साल बाद भी इस भवन की नींव तक नहीं लग पाई है।
इनका कहना है
सैनिक स्कूल के बारे में मुझे जानकारी नहीं है। सैनिक निदेशालय की ओर से हमारे पास कोई पत्रावली नहीं भेजी गई है।
देवी ङ्क्षसह, एसडीएम, मालाखेड़ा, अलवर। अलवर के राजनेताओं को सैनिक स्कूल निर्माण की गुत्थी को सुलझाना चाहिए, ताकि अलवर जिले के विद्यार्थियों को भी सैनिक स्कूल में पढ़ाई करने का मौका मिल सके। सैनिक स्कूल के लिए भूमि का भी आवंटन हो चुका है। अगर मंत्री और विधायक चाहे तो इसका काम शीघ्र ही शुरू हो सकता है।
सुनील चौधरी, सरपंच, हल्दीना
कागजों में गुम हुआ अलवर का सैनिक स्कूल, जमीन मिली, पर भवन नहीं बना…देखें खबर | Alwar’s Sainik School lost in papers, land found, but building not bui – New Update
Credit : Rajasthan Patrika