बिहार, बंगाल, यूपी से आए मजदूर
रैली स्थल पर 50 से ज्यादा मजदूरों ने बुधवार सुबह 8 बजे से लेकर शुक्रवार रात 12 बजे तक 48 घंटे में डोम तैयार किया। मजदूर अमित और राहुल ने बताया कि अधिकांश मजदूर बिहार, बंगाल और उत्तर प्रदेश के हैं। मजदूरों ने बताया कि सीकर में हुई भाजपा की रैली में भी उन्होंने डोम तैयार किया था। रैली की समाप्ति के बाद से ही डोम खोलने का काम शुरू होगा। मजदूर विशाल ने बताया कि जितने घंटे डोम तैयार करने में लगे हैं उतने ही डोम को उतारने में लगेंगे।
गर्मी से बचाव के लिए पंखे और कूलर
डोम में कार्यकर्ताओं और आम जनता के लिए पंखें और बड़े कूलर भी लगाए गए हैं। डोम की छत पर पंखे लगाए गए हैं, जबकि मंच पर दोनों तरफ एसी लगाए हैं। मंच के अलावा रैली स्थल के आसपास पर पांच बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई गई हैं।
डोम को चार श्रेणी में बांटा
डोम को चार श्रेणी में बांटा गया है। मंच के सामने वाले हिस्से में विधायक, पूर्व विधायक, पूर्व सांसद बैठेंगे तो वहीं उसके बगल में पीसीसी पदाधिकारी और जिलाध्यक्ष बैठेंगे। उनके पीछे की तरफ छह लोकसभा क्षेत्र से आने वाले ब्लॉक अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष और आम कार्यकर्ताओं को जगह दी जाएगी।
डेढ़ सौ नेताओं को जगह
मंच पर 150 नेताओं को जगह दी जाएगी। सबसे पीछे की पंक्ति में 6 जिलों के विधायक, विधानसभा प्रत्याशी को जगह मिलेगी। उसके आगे की तरफ 6 लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी बैठेंगे। वहीं, सबसे आगे वाली लाइन में पार्टी के केंद्रीय नेताओं के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट बैठेंगे।