वागड़ की दोनों सीटों पर पार्टी ने पहले उम्मीदवारों को पार्टी सिंबल दे दिए और नाम वापसी से एक दिन पहले अचानक भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) को समर्थन का ऐलान कर दिया। नाम वापसी के लिए प्रदेश नेताओं ने इनसे सम्पर्क करना चाहा तो ये नेटवर्क से बाहर हो गए। दोनों नाम वापसी का समय खत्म होने तक सम्पर्क में नहीं आए। ऐसे में अब डूंगरपुर-बांसवाड़ा सीट पर अरविंद डामोर व बागीदौरा उप चुनाव में कपूर सिंह भी मैदान में रह गए।
डामोर बोले…. डंके की चोट पर चुनाव लडूंगा
कांग्रेस प्रत्याशी अरविंद डामोर ने कहा कि जिलाध्यक्ष और विधायक ने उन्हें ***** बनाया। अब लड़ाई विचारधारा और आत्मसम्मान की है। अब कोई कुछ भी कहे, डंके की चोट पर पार्टी के सिंबल पर चुनाव मैदान में डटा रहूंगा।
यह अकेला मामला नहीं
राजसमंद लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने पहले सुदर्शन सिंह रावत को टिकट दिया था। लेकिन उन्होंने यह कहते हुए चुनाव लड़ने से मना कर दिया कि उनसे राय ही नहीं ली गई।
भीलवाड़ा में पहले दामोदर गुर्जर को प्रत्याशी बनाया, बाद में सीपी जोशी को भीलवाड़ा से टिकट देकर गुर्जर को राजसमंद सीट पर शिफ्ट कर दिया।
जयपुर लोकसभा सीट पर सुनील शर्मा को टिकट दिया और बाद में जयपुर डायलॉग्स विवाद के चलते टिकट बदलकर पूर्व मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास को देना पड़ा।
स्वतंत्र चुनाव लड़ेंगे- बीएपी
बीएपी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहनलाल रोत ने कहा कि बैठक में फैसला हुआ कि जहां प्रत्याशी उतार दिए. वहां गठबंधन नहीं होगा। अब तो स्वतंत्र चुनाव लड़ेंगे।
कांग्रेस करेगी बीएपी का समर्थन- डोटासरा
पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कहना है कि बीएपी के साथ गठबंधन का निर्णय जनहित को ध्यान में रखते हुए किया है। पार्टी दोनों सीटों पर बीएपी का समर्थन करेगी।
कभी हां- कभी ना में कांग्रेस की फजीहत! बांसवाड़ा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी लड़ेंगे चुनाव, गठबंधन का क्या होगा? | Congress candidate will contest elections on the seat – New Update
Credit : Rajasthan Patrika