रश्मि तिवारी ने बताया कि पेयजल सप्लाई का कोई समय निर्धारित नहीं है। सुबह-दोपहर व शाम कभी भी पानी आ सकता है। इसके अलावा कई बार तो दो से तीन दिन में एक बार ही पानी की सप्लाई मिल रही है। गर्मी के दिनों में यह समस्या और भी बढ़ जाती है। महिलाओं के लिए पानी गंभीर मुद्दा है।
अंजू शर्मा ने कहा कि कहने को तो गोविंदगढ़ नगर पालिका है, लेकिन उनके वार्ड नंबर 7 में सफाई व्यवस्था का अभाव है। वार्ड में न तो कचरा संग्रहण वाहन आते और न ही समय पर सफाई होती है, जिसके कारण कचरे के ढेर लगे रहते है। नगर पालिका को वार्डों में सफाई व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए और कचरा पात्र लगाना चाहिए। इसके साथ ही घर-घर जाकर कचरा संग्रहण के लिए वाहन लगाने चाहिए। वार्ड नंबर 7 के नीरज ने बताया कि कस्बे में बंदरों का उत्पात है। आए दिन बंदरों के हमले से लोग दहशत में हैं। बंदरों की समस्या पर भी नगर पालिका को ध्यान देना चाहिए।
ग्राम पंचायत भैंसडावत सरपंच रामहेत जाटव के अनुसार गोविंदगढ़ उपखंड में कई विधवाएं ऐसी हैं, जिनकों खाद्य सुरक्षा का लाभ नहीं मिल रहा है। उपखंड स्तर पर कुछ ऐसा प्रावधान हों कि उन महिलाओं का नाम खाद्य सुरक्षा में जोड़ा जा सके। उपखंड स्तरीय अधिकारियों को इस पर ध्यान देना चाहिए।
सुनील भारद्वाज के अनुसार क्षेत्र के मुख्य बाजारों में महिलाओं के लिए न तो शौचालय है और न ही पार्किंग की व्यवस्था है। जिसके कारण मुख्य बाजारों में जाम लग जाता है। सबसे बड़ी समस्या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने की है। जहां पर कई बार जाम लगने से एंबुलेंस भी फंस जाती हैं।
नीरज भारद्वाज के अनुसार उपखंड में जुआ और नशे की लत युवाओं में बढ़ती जा रही है। न तो उनके परिजनों को इनकी चिंता है और न ही प्रशासन का इस और ध्यान है। जुआ और शराब आदि पर प्रशासन को प्रभावी कार्य योजना तैयार कर युवाओं नशे से बचाना चाहिए और परिजनों को इस पर ध्यान देना चाहिए।
संतोष भारद्वाज ने कहा कि महिलाओं के लिए पार्क की सुविधा नहीं है। सुबह-शाम भ्रमण भी नहीं कर पाते। इसके अभाव में स्टेट हाइवे पर भ्रमण को जाते हैं, जिससे हादसे का डर रहता है। नगर पालिका प्रशासन को ध्यान देना चाहिए और सार्वजनिक पार्क का निर्माण करवाना चाहिए।
अस्पताल में नहीं सुविधाएं, लोगों ने बताई समस्याएं…पढ़ें यह न्यूज | There are no facilities in the hospital, people told about the problem – New Update
Credit : Rajasthan Patrika