मंगलूरु. अयोध्या के नवनिर्मित मंदिर में रामलला की भव्य मूर्ति बनाने वाले मूर्तिकार अरुण योगीराज (arun yogiraj) ने एक साक्षात्कार में मूर्ति निर्माण से जुड़े अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि लोग अक्सर पूछते हैं कि भगवान राम के इतने अलौकिक नेत्रों को कैसे बनाए? मूर्तिकार कहते हैं, ये मैंने नहीं बनाया, बल्कि भगवान राम ने उनसे बनवाया है। योगीराज ने बताए, प्रतिमा बनाने के बाद मुझे देश के हर कोने से प्यार मिला। हर कोई मुझसे मिलना चाहता है, मूर्ति के बारे में बात करना चाहते हैं। मैंने निर्णय किया है कि लोगों से मिलूंगा, मैं उनके प्यार को दिल में रखूंगा। यदि मौका मिला तो देश के लिए फिर कुछ करना चाहूंगा। योगीराज ने कहा, मैं भक्त के दृष्टिकोण से काम कर रहा था। प्रभु की जीवंत मूर्ति बनाने के लिए सात महीने मेहनत की। कठिन कार्य था, लेकिन मेरे लिए अवसर भी था। प्रभु के आशीर्वाद से मूर्ति बनाने का मौका मिला।
मूर्ति के लिए चहुंओर मिली सराहना
मूर्तिकार योगीराज ने बताया कि कला की सराहना के साथ आलोचना भी होती है। 70 फीसदी को आपका काम पसंद आता है तो 30 फीसदी को नहीं आता, लेकिन रामलला की मूर्ति बनाने के दौरान ऐसा कुछ नहीं हुआ। मुझे 100 फीसदी लोगों को प्यार और सराहना ही मिली।
मूर्ति बनाने के दौरान सात्विक भोजन ही किया
योगीराज ने बताया, मूर्ति बनाने के दौरान कम तेल और मसाले वाला भोजन बनाया जाता था। हम सात्विक भोजन करते हैं। परिवार का भरपूर सहयोग मिला। जब बेटा चलना सीख रहा था, तब मैं उसके पास नहीं था। वीडियो कॉल से ही बच्चे को पहली बार चलते देखा।
मैसूरु में योगीराज से मिले प्रधानमंत्री मोदी
कर्नाटक दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने रविवार को मैसूरु में चुनावी सभा के दौरान मूर्तिकार अरुण योगीराज से मुलाकात की। योगीराज के अभिवादन का प्रधानमंत्री ने उसी अंदाज में जवाब दिया। योगीराज मैसूरु के ही रहने वाले हैं।
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लोग पूछते हैं रामलला की इतनी सुंदर आंखें कैसे बनाई, मैंने कहा, भगवान ने बनवाई हैं: योगीराज – New Update
Credit : Rajasthan Patrika
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